कुछ कहीं, कुछ अनकही !
Tuesday, September 15, 2015
इलायची के दानों सा मुक्कदर अपना
इलायची के दानों सा
मुक्कदर अपना
महक उतनी फैली
जितना पीसे गये........
😃
😃
😃
😃
😃
😃
😃
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment