कुछ कहीं, कुछ अनकही !
Tuesday, March 17, 2015
क्यों अब तूफान उठा करते हैं, जो होना था, हो गया !!!
कलम से___
क्यों अब तूफान उठा करते हैं
जो होना था, हो गया !!!
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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