कलम से____
रात की बात है
आँधी एक ऐसी चली
ख्वाब जो थे बुने
मिट गये........
अम्बार धूल के
बस रह गये.......
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http:// spsinghamaur.blogspot.in/
रात की बात है
आँधी एक ऐसी चली
ख्वाब जो थे बुने
मिट गये........
अम्बार धूल के
बस रह गये.......
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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