इस घर को भी
एक आंगन की तलाश रहती है
कभी कोई आये
बतियाते
.....और नहीं तो
पक्षी ही आके दिल बहलाये
दाना डालूँ तो चुग जाये.....
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http:// spsinghamaur.blogspot.in/
एक आंगन की तलाश रहती है
कभी कोई आये
बतियाते
.....और नहीं तो
पक्षी ही आके दिल बहलाये
दाना डालूँ तो चुग जाये.....
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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