कुछ कहीं, कुछ अनकही !
Saturday, June 27, 2015
मस्त निगाहों से कैसी शराब पिलाई है
मस्त निगाहों से कैसी शराब पिलाई है
फिर होश में आने का दावा न किया हमने
वो और होंगे जिन्हें मौत आई होगी
आपकी निगाह में पाई है जिदंगी हमने !
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment