Sunday, February 22, 2015

निदिंया रानी !!!




कलम से____

अरसे से जानता हूँ
तुम्हें,
पहले तो 
कभी पूछा न था
अब आने के
पहले पूछती हो
क्या मैं आजाऊँ ?
निदिंया रानी !!!

©सुरेंद्रपालसिंह 2015

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