कलम से____
हम चले उस तरफ
जिस तरफ चलने को दिल करे
अपने गाँव हम चले
दूर कौन, होना है चाहता
पर यह दिल ही मज़बूर करे
एक हफ्ते बाद
अब मुलाकात अपनी होगी....
तब फिर से अपनी बात होगी।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
हम चले उस तरफ
जिस तरफ चलने को दिल करे
अपने गाँव हम चले
दूर कौन, होना है चाहता
पर यह दिल ही मज़बूर करे
एक हफ्ते बाद
अब मुलाकात अपनी होगी....
तब फिर से अपनी बात होगी।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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