Thursday, February 26, 2015

तुमने सुन ली है मेरे दिल की बात





कलम से_____

नहीं मालूम कहाँ तक पहुँची
मेरी फरियाद

तुमने सुन ली है
मेरे दिल की बात
मेरे लिए
यही काफी है ....

©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://spsinghamaur.blogspot.in/

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