भारत के पांच लाख गाँव।
चर्चा में अब तू ही होगा
वजूद मिट जो गया था
दुबारा फिर से जन्मेगा
ज़र, ज़मीन और जोरू
पर ध्यान फिर से होगा।
इलैक्शन है करीब
बातें होंगी अजीब
महरारू को आरक्षण
बढ़ा हुआ मिलेगा।
खेत खलिहान की ओर
ध्यान सबका रहेगा
उद्योग और उनके पति
आराम कुछ दिन फरमाएं
जब बजट बनेगा तो
उनके मनमाफिक बनेगा
ऊँच नीच चलता है
राजनीति का अहम हिस्सा है
यह भारत है
उत्तरप्रदेश और बिहार
जीतना आवश्यक है
प्रधान सेवक तो यहीं से आयेगा
जो सेवा करेगा वही मेवा पायेगा।
वजूद मिट जो गया था
दुबारा फिर से जन्मेगा
ज़र, ज़मीन और जोरू
पर ध्यान फिर से होगा।
इलैक्शन है करीब
बातें होंगी अजीब
महरारू को आरक्षण
बढ़ा हुआ मिलेगा।
खेत खलिहान की ओर
ध्यान सबका रहेगा
उद्योग और उनके पति
आराम कुछ दिन फरमाएं
जब बजट बनेगा तो
उनके मनमाफिक बनेगा
ऊँच नीच चलता है
राजनीति का अहम हिस्सा है
यह भारत है
उत्तरप्रदेश और बिहार
जीतना आवश्यक है
प्रधान सेवक तो यहीं से आयेगा
जो सेवा करेगा वही मेवा पायेगा।
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