Smart Cities in UP(India):Allahabad
खबर पुरानी है, कुछ पर बहुत पुरानी भी नहीं।
उत्तर प्रदेश की सरकार दुविधा में है कि इलाहाबाद को अब smart city बनाना है। परंतु यहाँ की मुख्य ऐतिहासिक विरासतों के संरक्षण के लिए क्या किया जाए।
सबसे प्रमुख चिंता का विषय बने हुए यहाँ के मदिरालय, जिनसे प्रेरित हो कर 'मधुशाला' महाकाव्य लिखा गया।उसके मूल स्वरूप को राष्ट्रीय धरोहर मान कर कैसे सुरक्षित रखा जाए।
सरकार की तरफ से दिए गये एक बयान में जनता जनार्दन को सूचित किया जाता है कि एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है जो इस विषय से संबंधित सभी मामलों पर विचार कर अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश करेगी।
इस बात का पूर्ण ख्याल रखा जाएगा कि दोनों प्रकार के दारू (देशी तथा विदेशी) अड्डों पर लोग खुले आम दारू खरीद सकें और सभी संसाधन दुकानों के पास उपलब्ध हों जैसे कि पकौडों की दुकान, मीट/मछली के कबाब की दुकान, सोडावाटर इत्यादि की दुकान।रिक्शे खडे करने की उचित व्यवस्था भी की जाएगी जिससे वो लोग जो पीकर टुन्न हो जाते हैं अपने घर तक आराम से जा सकेंगे। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इन सारी गतिविधियों पर पुलिस प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर सकेगा। महिलाओं के लिए विशेष प्रबंध किये जायेंगे।
सूचना: कृपया इस नोट को सीरियसली न लें यह एक व्यंग्य मात्र है।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http:// spsinghamaur.blogspot.in/
खबर पुरानी है, कुछ पर बहुत पुरानी भी नहीं।
उत्तर प्रदेश की सरकार दुविधा में है कि इलाहाबाद को अब smart city बनाना है। परंतु यहाँ की मुख्य ऐतिहासिक विरासतों के संरक्षण के लिए क्या किया जाए।
सबसे प्रमुख चिंता का विषय बने हुए यहाँ के मदिरालय, जिनसे प्रेरित हो कर 'मधुशाला' महाकाव्य लिखा गया।उसके मूल स्वरूप को राष्ट्रीय धरोहर मान कर कैसे सुरक्षित रखा जाए।
सरकार की तरफ से दिए गये एक बयान में जनता जनार्दन को सूचित किया जाता है कि एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है जो इस विषय से संबंधित सभी मामलों पर विचार कर अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश करेगी।
इस बात का पूर्ण ख्याल रखा जाएगा कि दोनों प्रकार के दारू (देशी तथा विदेशी) अड्डों पर लोग खुले आम दारू खरीद सकें और सभी संसाधन दुकानों के पास उपलब्ध हों जैसे कि पकौडों की दुकान, मीट/मछली के कबाब की दुकान, सोडावाटर इत्यादि की दुकान।रिक्शे खडे करने की उचित व्यवस्था भी की जाएगी जिससे वो लोग जो पीकर टुन्न हो जाते हैं अपने घर तक आराम से जा सकेंगे। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इन सारी गतिविधियों पर पुलिस प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर सकेगा। महिलाओं के लिए विशेष प्रबंध किये जायेंगे।
सूचना: कृपया इस नोट को सीरियसली न लें यह एक व्यंग्य मात्र है।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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