ऐसी उन्मुक्त हँसी
बचपन में ही नसीब होती है
नसीब वाले हैं
वो जो इस हँसी को देख हँसते हैं
हम तो बचपन में
हर रोज़ ही रहते हैं
बचपन में ही नसीब होती है
नसीब वाले हैं
वो जो इस हँसी को देख हँसते हैं
हम तो बचपन में
हर रोज़ ही रहते हैं
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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