Wednesday, December 31, 2014

अभी हमारे हुनर का अन्दाजा नहीं है आपको

कलम से____

अभी हमारे हुनर का अन्दाजा
नहीं है आपको
हम तो
उन्हें भी जीना सिखा देते हैं
जो
मरने का शौक रखते हैं

मरना तो बहुत आसां है
जीना ही मुश्किल होता है
यहाँ
हर रोज़
हर पल ही
जो
मरना होता है....

©सुरेंद्रपालसिंह 2015


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