If any one can help me get complete poem from "Pallav" / "पल्लव" book.
Thanks in advance.
"वियोगी होगा पहला कवि
आह से उपजा होगा गान
निकल कर नयनों से चुपचाप
बही होगी कविता अनजान
~ सुमित्रानंदन पन्त"
आह से उपजा होगा गान
निकल कर नयनों से चुपचाप
बही होगी कविता अनजान
~ सुमित्रानंदन पन्त"
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