कलम से____
मौसमी सरदी अभी कुछ दिन और रहेगी
रणभेरी दिल्ली के चुनाव में खूब बजेगी।
तीनों दलों ने उतार दिए हैं अपने लम्बरदार
देखना है अब आगे बनेगी किसकी सरकार।
वायदे कराने हैं जो चाहे कुछ भी करवालो
करना है भला किसी का नहीं सुनो मतवालो।
बिजली फ्री मिलेगी पानी के साथ साथ
घर भी दे देगें तुमको जो तुम दोगे साथ।
विकास की धार बहेगी गंगा नदी जैसी
मलिन बस्ती में मिलेगी सब्जी सस्ती।
यमुना की सफाई की बात न करना यहाँ
बहने दो उसको जैसी बहती रहती है जहाँ।
सफाई करते रहेंगे चतुर्थ ग्रेड के कर्मचारी
नेता ठहरे जो नम्बर एक के व्यभिचारी।
सडकों का जाल बिछेगा गली गलियारों में
नहीं चलेगा बस गरीब वहाँ अपनी कारों में।
अपने देश में न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी
झोंपड़ी हटाके बनेगी बिल्डिंग तीस मंजिली।
गांधी टोपी वालो अब रास्ता कर दो खाली
आएगा इनवेस्टमेन्ट जो लाएगा खुशहाली।
बार खुलेगा रात भर डिस्को ड़ांस हुआ करेगा
हनी सिंह की धुन पर अब इंडिया डांस करेगा।
दस फरवरी को मिलना तब लड्डू खायेंगे
तब तक रोज़ शाम दारू मुर्गा रोटी खायेंगे।
धन्यवाद हूँ देता सबको साथ निभाने के लिए
लोकतंत्र के इस दंगल मेें शरीक होने के लिए।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http:// spsinghamaur.blogspot.in/
— with Puneet Chowdhary.मौसमी सरदी अभी कुछ दिन और रहेगी
रणभेरी दिल्ली के चुनाव में खूब बजेगी।
तीनों दलों ने उतार दिए हैं अपने लम्बरदार
देखना है अब आगे बनेगी किसकी सरकार।
वायदे कराने हैं जो चाहे कुछ भी करवालो
करना है भला किसी का नहीं सुनो मतवालो।
बिजली फ्री मिलेगी पानी के साथ साथ
घर भी दे देगें तुमको जो तुम दोगे साथ।
विकास की धार बहेगी गंगा नदी जैसी
मलिन बस्ती में मिलेगी सब्जी सस्ती।
यमुना की सफाई की बात न करना यहाँ
बहने दो उसको जैसी बहती रहती है जहाँ।
सफाई करते रहेंगे चतुर्थ ग्रेड के कर्मचारी
नेता ठहरे जो नम्बर एक के व्यभिचारी।
सडकों का जाल बिछेगा गली गलियारों में
नहीं चलेगा बस गरीब वहाँ अपनी कारों में।
अपने देश में न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी
झोंपड़ी हटाके बनेगी बिल्डिंग तीस मंजिली।
गांधी टोपी वालो अब रास्ता कर दो खाली
आएगा इनवेस्टमेन्ट जो लाएगा खुशहाली।
बार खुलेगा रात भर डिस्को ड़ांस हुआ करेगा
हनी सिंह की धुन पर अब इंडिया डांस करेगा।
दस फरवरी को मिलना तब लड्डू खायेंगे
तब तक रोज़ शाम दारू मुर्गा रोटी खायेंगे।
धन्यवाद हूँ देता सबको साथ निभाने के लिए
लोकतंत्र के इस दंगल मेें शरीक होने के लिए।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://
No comments:
Post a Comment