कलम से____
लोग कपड़ों की तरह विचार भी बदल लेते हैं
चले बस तो क्या कहें ईमान भी बदल लेते हैं।
कल यहाँ आज वहाँ चलो आराम से वहाँ चलें
जहां दिखता कमाई का जरिया तो वहीं चलें।
पूछेगी जनता कह देगें कुछ भी जो दिल कहेगा
सुनाने को है पास हमारे जो जमाना सुनेगा।
बिजली चौबीस घंटे देने का वायदा कर देगें
बीमारी में इलाज फ्री करवा कर सांस लेगें।
विकास कर हिन्दोस्तां को अमेरिका बना देगें
गरीब की गरीबी खत्म कर महलों में बिठा देगें।
झूठ बोलना सीखना हो तो कोई इनसे सीखे
राज नेता बन घर भरना इनसे जो चाहे सीखे।
दोस्तों आस्तीन के सापों से बच कर रहना
अपना वोट चुनाव में बहुत संभल कर देना।
न देना चाहो वोट किसी को भी, है एक आप्शन
वोटिंग मशीन में अबकी बार है, ऐसा प्राविजन।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http:// spsinghamaur.blogspot.in/
लोग कपड़ों की तरह विचार भी बदल लेते हैं
चले बस तो क्या कहें ईमान भी बदल लेते हैं।
कल यहाँ आज वहाँ चलो आराम से वहाँ चलें
जहां दिखता कमाई का जरिया तो वहीं चलें।
पूछेगी जनता कह देगें कुछ भी जो दिल कहेगा
सुनाने को है पास हमारे जो जमाना सुनेगा।
बिजली चौबीस घंटे देने का वायदा कर देगें
बीमारी में इलाज फ्री करवा कर सांस लेगें।
विकास कर हिन्दोस्तां को अमेरिका बना देगें
गरीब की गरीबी खत्म कर महलों में बिठा देगें।
झूठ बोलना सीखना हो तो कोई इनसे सीखे
राज नेता बन घर भरना इनसे जो चाहे सीखे।
दोस्तों आस्तीन के सापों से बच कर रहना
अपना वोट चुनाव में बहुत संभल कर देना।
न देना चाहो वोट किसी को भी, है एक आप्शन
वोटिंग मशीन में अबकी बार है, ऐसा प्राविजन।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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