कुछ कहीं, कुछ अनकही !
Sunday, January 18, 2015
Good morning dear friends.
जैसे जैसे हम बूढ़े होते जाते हैं, सुंदरता भीतर घुसती जाती है।
~ रॉल्फ वाल्डो इमर्सन
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment