Sunday, August 23, 2015

प्रहरी तुम सजग रहना





प्रहरी तुम सजग रहना
घात लगाए बैठा है दुश्मन
हर हरकत पर ध्यान रखना
आहट हो प्रहार करारा करना
सम्पूर्ण राष्ट्र तुम्हारे है पीछे
भारत की शान बनाए रखना
अबके सिर धड़ से पहले
उनका कलम है करना
शीष को माँ के चरणों चढ़ा
असीम गौरव प्राप्त करना
सीने पर हो प्रहार कड़ा
पीठ पर वार न करना
प्रहरी टोलियाँ छोटी बना
सजग हमेशा रहना
पुरखों की गौरव गाथा का
ध्यान हमेशा करना
युद्ध भूमि में
अंगद का पावं जमा कर लड़ना
अश्त्र शश्त्र की पूजा नितदिन
पुनीत कर्तव्य समझ करना
देवी माँ का नाम ले
दुश्मन के सीने चढ़ना
भारत माता के सपूत हो
तुम इसे भूल न जाना
नाज़ करे दुनियां तुझ पर
काम सदा ऐसे करना
चढ़ जा चढ़ जा चोटी पर
हिमालय तेरा है अपना
चुस्त दुरुस्त चौकन्ने रहना
दुश्मन की सोच से सदैव
दो कदम आगे की सोच रखना
रणभेरी हो जब सदैव सजग रहना
वार पहला हो दुशमन पर
प्रयास यही हमेशा करना
प्रहरी बस तुम सजग रहना !

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