कलम से _ _ _ _
23rd May, 2014
Camp: Naggar Castle, Himanchal
शाम होने को आई,
दिन गुजर गया,
अच्छा गुजरा,
चले गए जो थे जाणा फाल देखने,
जंगल घना था,
मौसम भी खराब था,
रास्ता कीचड कीचड हो गया था,
फिर भी रास्ता अच्छा लग रहा था।
जाणा फाल पानी से भरपूर था,
जंगल के बीच,
अच्छा पिकनिक स्पॉट था,
हिमाचली खाने के स्वाद के लिए,
ढाबा भी अजीब था,
सब कुछ मिला के,
एक अच्छा स्पॉट है,
समय अच्छा कट रहा है।
शाम का अब क्या,
प्रोग्राम है,
मिलेंगे तब बताएँगे,
अभी तो कुछ तय नहीं,
हम यहां मौसम के अधीन हैं।
//surendrapal singh//
07192014
http://1945spsingh.blogspot.in/2014/07/blog-post.html
and
http://spsinghamaur.blogspot.in/
23rd May, 2014
Camp: Naggar Castle, Himanchal
शाम होने को आई,
दिन गुजर गया,
अच्छा गुजरा,
चले गए जो थे जाणा फाल देखने,
जंगल घना था,
मौसम भी खराब था,
रास्ता कीचड कीचड हो गया था,
फिर भी रास्ता अच्छा लग रहा था।
जाणा फाल पानी से भरपूर था,
जंगल के बीच,
अच्छा पिकनिक स्पॉट था,
हिमाचली खाने के स्वाद के लिए,
ढाबा भी अजीब था,
सब कुछ मिला के,
एक अच्छा स्पॉट है,
समय अच्छा कट रहा है।
शाम का अब क्या,
प्रोग्राम है,
मिलेंगे तब बताएँगे,
अभी तो कुछ तय नहीं,
हम यहां मौसम के अधीन हैं।
//surendrapal singh//
07192014
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