Saturday, September 13, 2014

चोटी के गेशू अचानक खुल गए , कल रात

कलम से____

चोटी के गेशू अचानक खुल गए, कल रात
बेला के फूल मसल गए आधी रात
कुछ और भी अफसाने थे जो चादर की सिलवटों में कैद हो गए........

//सुरेन्द्रपालसिंह//

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