Saturday, September 13, 2014

पार्क से अभी लौट कर घर में दाखिल ही हुआ था

कलम से____

पार्क से अभी लौट कर
घर में दाखिल ही हुआ था
कानों ने यह सुना
अजी आप कैसे हो?
मैंने पूछा क्या हुआ?
झट से जबाब सुनने को मिला।

कल मैं यमुना स्पोर्ट्स काम्पलेक्स में
घूम रही थी
एक पति और पत्नी भी थे वहां
पत्नी बोलती ही जा रही थी
रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी
पति हाँ में हाँ मिला रहा था
एक आप हो
मैं बक बक करती रहती हूँ
आप हाँ भी नहीं करते हो।

मैनें मन ही मन कहा
वह दोनों धन्य हैं
कम से कम
उन्होंने जीवन का रहस्य समझ लिया है
इसीलिये वह दोनों साथ साथ हैं।

जब एक बोले दूसरा चुप रहे
इसी में भला है.............

//सुरेन्द्रपालसिंह//

http://spsinghamaur.blogspot.in/

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