Friday, September 12, 2014

पहली बार तेरे दर आये हैं खुशीयों को हम देने तुम्हें जन्म दिन की शुभेच्छा और बधाई बस देने

पहली बार तेरे दर आये 
हैं खुशीयों को हम देने 
तुम्हें जन्म दिन की शुभेच्छा
और बधाई बस देने 
पहली---
बहुत उडा परदेश देश में
पंक्षी अपने धरे भेष में
बहुत कमाया खाया पीया
और कि अब हम क्या मानें
पहली ----
दिल के साफ बहुत भोले हो
मन उदार खब्बू थोडे हो
भूल गये तेरी खुवाईश को
संग लाये नही मिठाई देने
पहली----
बूरा दही मटर की भाजी
टपके लार मिले जो प्राजी
बिटिया रानी नातिन के संग
काट रहे दिन हम जाने
पहली---
अब पड चले कदम जिस ओर
खींच रही मां राधे डोर
तेरी पूर्ण कामना होगी
मां की ममता हम पहिचाने
पहली---
रहे फूलों सा महके धाम
तुम्हारे मन चाहे हो काम
रहें सलामत मेरे भईया
दुवा खडे ये हम मांगे
पहली----Harihari Singh

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