Friday, October 17, 2014

करना था वो तुमने काम कर दिया।






कलम से____


करना न था वो तुमने काम कर दिया
तुमने बेबज़ह मुझे बदनाम कर दिया।।

खत भेज कर तुमने मुझे बुला तो लिया
वादा तोड़ मिलने का फिर नाम ना लिया ।।


क्यों ऐसा करते हो समझ मेरे आता नहीं
जिऊँगा कैसे तुमने कभी यह गौर किया।

सारे गम अपने भुला आजाओ पास मेरे 
इस फरियाद को अपनी समझ मेरे पिया।

गिले शिकवे न रहेगें अपने बीच अब कोई
वादाए ऐतबार कर आजाओ मेरे जिया।

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//

http://spsinghamaur.blogspot.in/



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