Sunday, October 26, 2014

बच्चों को देख कर ।



कलम से____

बच्चों को देख
मन प्रसन्न होता है
 हमारे जमाने से
बहुत अंतर दिखता है।

अब बच्चे बहुत फोकस्ड हैं
 सचेत रहते हैं
कल क्या बनेगें
चिंता करते रहते हैं।

मां को दिलासा
देते रहते हैैं
चिंता न किया कर
नाम रौशन करेगें
  दाग न लगने देगें
डाक्टर इन्जीनियर की बातें
हुई पुरानी हैैं
हम कुछ नया ही करेगें
जो भी करेगें
पैरों पर अपने खड़े होगें।

जो कहते हैं
वह करके रहेगें।

यह चेन्ज अच्छा लगता है
देखो आगे क्या होता है?

(Ht News: Career couples freeze family dreams)

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//

http://spsinghamaur.blogspot.in/

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