Good morning dear friends.
सुप्रभात
09 20 2014
What a wonderful thought for the day.
तुम मुझे पसंद करो तो कोई बात बने
साथ साथ हम चलें जग अपनाते हुए ।।
नापसंद करो तो भी कोई बात नहीं
मैं रहूँगा सदा तेरे मेरे भले के लिए ।।
निकालना चाहोगे फिर भी नहीं निकलूँगा
मष्तिष्क में रहूँगा बना मैं सदा के लिए ।।
हम दोनों का वजूद ही है एक दूसरे से
प्रभु ने भेजा है जग में इक दूजे के लिए ।।
मित्रता बहुत मुश्किल से होती है। जब हो जाती है तो चुभन गहरी होती है। फेसबुक पर नित नए मित्र बनते जा रहे हैं। पुराने लोग जुड़ते जा रहे हैं।विचार का दायरा बढ़ता जा रहा है। सुदंर है।
आज कुछ के लिए छुट्टी का दिन और कुछ के लिए काम काम दिन है। सभी को आज का दिन शुभ और मंगलमय हो यही मनोकामना है।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/
सुप्रभात
09 20 2014
What a wonderful thought for the day.
तुम मुझे पसंद करो तो कोई बात बने
साथ साथ हम चलें जग अपनाते हुए ।।
नापसंद करो तो भी कोई बात नहीं
मैं रहूँगा सदा तेरे मेरे भले के लिए ।।
निकालना चाहोगे फिर भी नहीं निकलूँगा
मष्तिष्क में रहूँगा बना मैं सदा के लिए ।।
हम दोनों का वजूद ही है एक दूसरे से
प्रभु ने भेजा है जग में इक दूजे के लिए ।।
मित्रता बहुत मुश्किल से होती है। जब हो जाती है तो चुभन गहरी होती है। फेसबुक पर नित नए मित्र बनते जा रहे हैं। पुराने लोग जुड़ते जा रहे हैं।विचार का दायरा बढ़ता जा रहा है। सुदंर है।
आज कुछ के लिए छुट्टी का दिन और कुछ के लिए काम काम दिन है। सभी को आज का दिन शुभ और मंगलमय हो यही मनोकामना है।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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