कलम से____
कोयले की कमी
खलने लगी है
देश में किल्लत
बिजली की बढ़ने लगी है।
प्रगति की राह में
लोग आने लगे हैं
कानूनी दाँवपेच
दिखने लगे हैं ।
टीवी की जगह
रेडियो से बात
करने की चर्चा
आम हो रही है ।
प्रधानमंत्री निवास
पर गूंज बढ़ गई
बिजली अब नहीं
मिल रही है।
सोलर प्लांट ही
अब एक आप्शन
बचा है अपनाना
इसे मजबूरी
बन रहा हैै ।
सोचो यार सोचो
सोचने में बुराई
नहीं है
हाँ, सब्सिडी अभी मिली नहीं है ।
हम तो सुधर गए हैं
तुम भी सुधर लो
नहीं तो फटेहाल
हो जाओगे गरमी
में मारे मारे
कभी यहाँ
कभी वहाँ जाओगे ।
We have since installed 2 KW solar plant at our village and are now happy and not dependent on Uttar Pradesh government electricity for domestic consumption.
//surendrapal singh//
http://spsinghamaur.blogspot.in
कोयले की कमी
खलने लगी है
देश में किल्लत
बिजली की बढ़ने लगी है।
प्रगति की राह में
लोग आने लगे हैं
कानूनी दाँवपेच
दिखने लगे हैं ।
टीवी की जगह
रेडियो से बात
करने की चर्चा
आम हो रही है ।
प्रधानमंत्री निवास
पर गूंज बढ़ गई
बिजली अब नहीं
मिल रही है।
सोलर प्लांट ही
अब एक आप्शन
बचा है अपनाना
इसे मजबूरी
बन रहा हैै ।
सोचो यार सोचो
सोचने में बुराई
नहीं है
हाँ, सब्सिडी अभी मिली नहीं है ।
हम तो सुधर गए हैं
तुम भी सुधर लो
नहीं तो फटेहाल
हो जाओगे गरमी
में मारे मारे
कभी यहाँ
कभी वहाँ जाओगे ।
We have since installed 2 KW solar plant at our village and are now happy and not dependent on Uttar Pradesh government electricity for domestic consumption.
//surendrapal singh//
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