कलम से ____
बाज़ार में कीमत कल से बढ़ जाएगी
किस्मत फूलों की बदल जाएगी ।
कल से पूजा के स्थल पर भीड़
का रेलमपेला खूब बढ़ जाएगा ।
पूजा करने वालों का तांता लगा रहेगा
जै माता दी तो कोई सियाराम कहेगा ।
साल भर जिनको याद न आएगें
भगवान आज उनके सपने में आएगें ।
झूठ फरेब का अब जोर रहेगा
मंदिर में पुजारी ऐंठ में रहेगा।
किस पर प्रसन्न हों किस पर नहीं
उलझन में बड़ी भगवान रहेगा ।
दिखावे की दुकान तब तक चलेगी
जब तलक तू खुद मना न करेगा।
ढूंढते हो जिसको तुम गली गली
रहता है वो तुम्हारे बीच ही सही।
बंद करो यह बेमतलब का दिखावा
बेकार ही मंदिर में चढ़ाते हो चढ़ावा।
बंद आखँ कर के नाम उसका लोगे
होगा सामने जिसे प्रभु तुम कहोगे।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/
बाज़ार में कीमत कल से बढ़ जाएगी
किस्मत फूलों की बदल जाएगी ।
कल से पूजा के स्थल पर भीड़
का रेलमपेला खूब बढ़ जाएगा ।
पूजा करने वालों का तांता लगा रहेगा
जै माता दी तो कोई सियाराम कहेगा ।
साल भर जिनको याद न आएगें
भगवान आज उनके सपने में आएगें ।
झूठ फरेब का अब जोर रहेगा
मंदिर में पुजारी ऐंठ में रहेगा।
किस पर प्रसन्न हों किस पर नहीं
उलझन में बड़ी भगवान रहेगा ।
दिखावे की दुकान तब तक चलेगी
जब तलक तू खुद मना न करेगा।
ढूंढते हो जिसको तुम गली गली
रहता है वो तुम्हारे बीच ही सही।
बंद करो यह बेमतलब का दिखावा
बेकार ही मंदिर में चढ़ाते हो चढ़ावा।
बंद आखँ कर के नाम उसका लोगे
होगा सामने जिसे प्रभु तुम कहोगे।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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