कलम से____
मन भज ले प्रभु का नाम
करले कुछ आज ऐसा काम
प्रीत रीत से चलती रहे
आस मेरी तुझे तकती रहे !!
राम राम सब कोई करें
सियाराम भी कुछ लोग करें
मइय्या उनको है प्यारी
सियाराम करते जो नर नारी !!
मइय्या कहै भोर भई
चल कान्हा अबदेर भई
गइयां खड़ी बुलाय रही हैं
राधेरानी खड़ी सियाय रही हैं !!
लक्ष्मी मइय्या मोहे पुकार रही हैं
ठाकुर जी पर पंखा झूलाय रही हैैं
नारद जी तिकड़म लगाय रहे हैैं
भगवन मन ही मन मुश्काय रहे हैं !!
बम बम भोले आय गये हैं
शिव शंकर नैना दोऊ खोले
मेरे अगंना धीरे धीरे पधार रहे हैैं
मृग आसन बैठ जग को निहार रहे हैं !!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/
मन भज ले प्रभु का नाम
करले कुछ आज ऐसा काम
प्रीत रीत से चलती रहे
आस मेरी तुझे तकती रहे !!
राम राम सब कोई करें
सियाराम भी कुछ लोग करें
मइय्या उनको है प्यारी
सियाराम करते जो नर नारी !!
मइय्या कहै भोर भई
चल कान्हा अबदेर भई
गइयां खड़ी बुलाय रही हैं
राधेरानी खड़ी सियाय रही हैं !!
लक्ष्मी मइय्या मोहे पुकार रही हैं
ठाकुर जी पर पंखा झूलाय रही हैैं
नारद जी तिकड़म लगाय रहे हैैं
भगवन मन ही मन मुश्काय रहे हैं !!
बम बम भोले आय गये हैं
शिव शंकर नैना दोऊ खोले
मेरे अगंना धीरे धीरे पधार रहे हैैं
मृग आसन बैठ जग को निहार रहे हैं !!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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