कलम से____
स्वर्णिम प्रकाश में हो पुलकित
स्वर्गिक प्रीत का बन द्योतक
तुम आती हो,
जीवन-पथ पर
सौंदर्य-रहस बरसाती हो।
//surendrapalsingh © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/
स्वर्णिम प्रकाश में हो पुलकित
स्वर्गिक प्रीत का बन द्योतक
तुम आती हो,
जीवन-पथ पर
सौंदर्य-रहस बरसाती हो।
//surendrapalsingh © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/
No comments:
Post a Comment