कुछ कहीं, कुछ अनकही !
Wednesday, October 29, 2014
तुम, तुम ही हो या कोई और.....
कलम से_____
तुम, तुम ही हो या कोई और
मुझे यह मुगालता क्यों हो रहा है
तुम, तुम ही हो.....
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/
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